पैराडाइज पेपर्स की कहानी

अमेरिका की इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (आईसीआईजे) द्वारा ये दस्तावेज जारी किए गए हैं।

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“गोवर्धन सेठ, समुंदर में तैरने वाले,  कुओं और तालाबों में डुबकी नहीं लगाया करते हैं” ये अमिताभ बच्चन की शराबी फ़िल्म का मशहूर डायलॉग है।

अमिताभ बच्चन का नाम पनामा पेपर्स और पैराडाइज पेपर्स में आने के बाद तो लगता है कि वो वाकई कुँए या तालाब के नहीं समुंदर के तैराक हैं। पैराडाइज पेपर्स में टैक्स चोरी कर विदेश में कालाधन छुपाने के मामलों से जुड़ी कुल 1.34 करोड़ फाइलें सामने आई हैं।

पैराडाइज पेपर्स में 714 भारतीयों के नाम शामिल है जिनमें बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के अलावा केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, भाजपा सांसद आरके सिन्हा,नीरा राडिया, संजय दत्त की पत्नी मान्यता, विजय माल्या, अशोक सेठ और कोंग्रेस नेता वीरप्पा मोइली के बेटे हर्ष मोइली का भी नाम है।

अमेरिका की इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (आईसीआईजे) द्वारा ये दस्तावेज जारी किए गए हैं। इन दस्तावेजों में ब्रिटेन की रानी एलिज़ाबेथ और डोनाल्ड ट्रम्प के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस का भी नाम है। इन सभी पर टैक्स हेवेन देशों में निवेश करने का आरोप है। टैक्स हेवेन देशों में किसी और देश में रहते हुए भी यंहां के बैंकों में पैसा रखा जा सकता है और उस पर कोई टैक्स लायबिलिटी नहीं बनती है। अभी हाल ही में पनामा पेपर्स में नाम आने के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ को अपने पद से इस्तीफा तक देना पड़ा था।

सरकार ने पनामा पेपर्स की जांच के लिए मल्टी एजेंसी ग्रुप गठित किया था, अब पैराडाइज पेपर्स की जांच का जिम्मा भी इसी ग्रुप को सौंप दिया गया है। इस मल्टी एजेंसी ग्रुप में सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT), इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, प्रवर्तन निदेशालय, फाइनैंशल इंटेलिजेस यूनिट और आरबीआई के अलावा कुछ और संस्थानों के अधिकारी शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से वादा किया था कि वह भ्रष्टाचार तथा कालेधन से जुड़े लोगों को बर्दाश्त नहीं करेंगे लेकिन पनामा पेपर्स में मई 2016 में 500 लोगों के नामों का खुलासा हुआ था और अब 714 लोगों के नाम पैराडाइज पेपर्स में सामने आए हैं जिसमें नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा के साथ भाजपा के राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा का नाम भी शामिल है।पैराडाइज पेपर्स में नाम आने के बाद से ही सांसद आरके सिन्हा की बोलती बंद हो चुकी है और उन्होंने 7 दिन का मौन व्रत रख लिया है। प्रधानमंत्री कई बार कह चुके हैं कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा लेकिन भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कोई ठोस कार्यवाही अब तक देखने को नहीं मिली है फिर चाहे वो अमित शाह के बेटे का मुद्दा हो या अब केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा का। सरकार फ़िल्म का अमिताभ बच्चन का मशहूर डायलॉग है “मुझे जो सही लगता है मैं करता हूं, फिर चाहे वो भगवान के ख़िलाफ़ हो, कानून के ख़िलाफ़ हो या पूरे सिस्टम के ख़िलाफ़” लेकिन कानून का डर सबको होना चाहिये फिर चाहे वो मंत्री हो, सांसद हो, अभिनेता हो या कोई बड़ा कारोबारी हो।

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