उत्तर पूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार के पास इलाका है जिसका नाम है नूर ए इलाही। बेहद घनी आबादी वाले इस इलाके में हजारों लोग छोटा बड़ा कारोबार करते है. दंगों की आग इस इलाके में तो नहीं पहुंची मगर पास के ही हाईवे पर बहुत नुकसान हुआ.
एक साहब है जिनका नाम अल्ताफ. इनका अच्छा खासा कारोबार था और परिवार हसीं-ख़ुशी जिंदगी बसर कर रहा था. अचानक से फरवरी महीने में दंगों की आग भड़क गयी. अल्ताफ किसी काम से मेन रोड से घर की तरफ जा रहे थे अचानक से दंगाईयों द्वारा उन्हें गोली मार दी गयी और वह गंभीर रूप से जख़्मी हो गया था.
मैंने अल्ताफ से जब बातचीत की थी तो उसने मुझे बताया था कि “भाई मैं कोई गरीब या मिस्कीन नहीं हूँ. मेरा अच्छा कारोबार था मगर इन दंगों ने उस कारोबार को तबाह व बर्बाद कर दिया है. मेरा इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल में चला है जिस वजह से मैं आर्थिक तौर पर बुरी तरह टूट चुका हूँ.”
Vision 2026 एक बार फिर आगे आया और अल्ताफ की इस परेशानी में उसे हिम्मत व् हौंसला दिया और उसे कारोबार दुबारा शुरू करवाने का आश्वासन दिया. अल्ताफ की हिम्मत और विज़न 2026 की मदद से अल्ताफ की बेल्ट और पर्स की फैंसी आइटम की दुकान शुरू हो चुकी है.
दंगों से पीड़ित परिवारों के लिए विजन 2026 पहले दिन से काम कर रहा है जिसमें पीड़ित परिवारों के टूटे हुए घरों को बनाना हो या उनके बर्बाद हो चुके कारोबार को दोबारा शुरू करवाना हो विजन 2026 में हर काम बखूबी अंजाम दिया है.