ऐसे समय में जब सरकारें कोरोना वायरस की दूसरी लहर से न सिर्फ़ ये कि अपनी जनता को बचाने में नाकाम रही हैं, बल्कि सही समय पर राहत व मदद पहुंचाने में भी असफल सिद्ध हुई हैं, अनेकों ग़ैर सरकारी संगठनों का आगे आकर मोर्चे को संभालना लोगों में एक उम्मीद जगाने का काम कर रहा है।
जमाअत-ए-इस्लामी हिंद और मेडिकल सर्विस सोसायटी ऑफ़ इंडिया (एमएसएस), नागपुर द्वारा वहां के नगर निगम को साथ लेकर बनाया गया ‘कोविड हेल्थ सेंटर’ इसी की एक जीती-जागती मिसाल है।
यह ‘कोविड हेल्थ सेंटर’ 1 अप्रैल को शुरू किया गया था। 78 बेड की क्षमता वाले इस सेंटर से प्रतिदिन औसतन 15 से 20 रोगी स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर घर जाते हैं। यहां अब तक 250 से अधिक रोगियों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दी जा चुकी है।
हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने भी इस कोविड हेल्थ सेंटर का दौरा किया। उन्होंने कोविड सेंटर के प्रबंधन, डॉक्टरों और रोगियों के साथ समय बिताया और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
देवेंद्र फड़नवीस ने जमाअत-ए-इस्लामी हिंद और मेडिकल सर्विस सोसायटी ऑफ़ इंडिया नागपुर की प्रशंसा की और कहा कि, “आज हमारे समाज को ऐसे लोगों और संगठनों की आवश्यकता है जो लोगों के दुःख और दर्द को समझते हैं और जो उनकी समस्याओं को दूर करने का प्रयास करते हैं। हमें हर्ष है कि जमाअत-ए-इस्लामी हिंद नागपुर ने इस महामारी के विषय पर ध्यान दिया और इस काम के लिए आगे आई। वह इस भयंकर महामारी के दौरान सहायता का प्रयास कर रही है।”
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले, महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नितिन राउत, क्षेत्रीय विधायकों, नेताओं जैसे कई महत्वपूर्ण गणमान्य लोगों ने इस केंद्र का दौरा किया है और अपनी प्रशंसा व्यक्त की है। इस कोविड हेल्थ सेंटर को मेडिकल सर्विस सोसायटी ऑफ़ इंडिया और जमाअत-ए-इस्लामी हिंद नागपुर द्वारा नागपुर महानगरपालिका को साथ लेकर संयुक्त रूप से संचालित किया जा रहा है।