पिछले दिनों राजधानी दिल्ली में नफरत के आधार पर फैलाई गई हिंसा के बाद कई मुस्लिम परिवार बेघर हो गए हैं। जितना नुकसान यहां के लोगों ने अपनी जान गवा कर सहा है वैसा ही हाल यहां माल का भी है। कई घर जला दिए गए,बहुत कुछ लूटा गया,बहुत से मुस्लिम परिवार दंगे के दौरान अपनी जान बचाकर घर छोड़ आए।
दंगों के बाद इन इलाकों में लगातार रिलीफ वर्क किया जा रहा है। रिलीफ वर्क विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं लोगों के द्वारा किया जा रहा है। दिल्ली सरकार के कुछ नुमाइंदो ने भी इन इलाकों का दौरा किया है।
बीते दो दिनों से दिल्ली के मौसम में खासा परिवर्तन आया है और बीती रात भी ओलो के साथ भारी बारिश हुई। इस परिस्थिति में दंगा पीड़ित लोगों के लिए खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जो लोग इस दौरान बेघर हुए थे उन परिवारों को रिलीफ़ कैम्प में रखा गया है लेकिन बारिश के दौरान इन लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वहां लगाए गए गद्दे रजाइयां भीग गए हैं।
ऐसे में दिल्ली सरकार की खामोशी पर सवाल उठते हैं कि इन पीड़ित लोगों के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार क्यों कोई मदद नही पहुंचा रही है? सरकार को इन बेघर हुए लोगों के लिए एक पक्की छत का इंतज़ाम करना चाहिए जहां ये लोग ठीक से रह सकें।
हम भी अपने स्तर पर ऐसे लोगों के लिए अनथक प्रयास करें और हर सम्भव मदद इन लोगों तक पहुंचाएं।