“मेरे पति निर्दोष हैं,वह एक पत्रकार हैं और घटना की रिपोर्टिंग के लिए हाथरस...
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा हाथरस जाने के रास्ते में केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन, मुजफ्फरनगर के अतीक-उर रहमान, बहराइच के मसूद अहमद और रामपुर...
वेबिनार : नई शिक्षा नीति गरीब, दलित, आदिवासी, ओबीसी व अल्पसंख्यक विरोधी है
नई दिल्ली, 8 अक्तूबर | ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ विषय पर मंगलवार को आयोजित एक वेबिनर में विचार व्यक्त करते हुए बुद्धजीवियों ने कहा कि नई...
आपदा प्रबंधन: महामारी के बाद न्याय तंत्र (भाग 2)
-सय्यद अज़हरुद्दीन। @syedAzhar| www.imazhar.com
प्रणाली व्यवस्था (भाग – ii)
संकट प्रबंधन के लेख में “एक गांव को अपनाने”और समाधानों पर चर्चा करने के लिए विचार साझा...
बाबरी विध्वंस फ़ैसला: छल और बल का न्याय
छल और बल- भारत में इन दो शब्दों से न्याय परिभाषित होने लगा है. न्याय सुनिश्चित करने वाली प्रक्रियाएं इन्हें अपराध नहीं, धर्मशास्त्रसम्मत युक्ति...
बाबरी मस्जिद : न्याय-व्यवस्था पर उठते सवाल
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत के 'निर्णय' से न्यायप्रिय दुखी हैं। कोर्ट के फैसले का 'सम्मान' के साथ साथ न्यायप्रिय...
मोदी को हर दो साल पर सपने बेचने के लिए नई जनता चाहिए, किसानों...
खेती से जुड़े तीन नए कानूनों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी जो सपने दिखा रहे हैं, वही सपने वे 2016 में ई-नाम को लेकर दिखा...
नज़रिया : सीएए विरोधी आंदोलन में महिलाओं की भूमिका
शाहीन बाग के आंदोलन के दौरान तीन दादियों की चर्चा ज़ोरों पर थी जिन्होंने ठंड में भी प्रतिरोध की ध्वनि को मंद नहीं पड़ने...
पुलिस की लापरवाही के कारण हुई बेंगलुरु हिंसा – फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट
पिछले महीने बेंगलुरु में हुई हिंसा को लेकर सिविल सोसाइटी के 11 संगठनों के सहयोग से बनी “सिविल सोसायटी- फैक्ट फाइंडिंग टीम” द्वारा एक...
दृष्टि : क्या फीका पड़ रहा है जनता का शासन ?
दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में क्या अवाम के पास हैं लोकतांत्रिक मूल्य?
हर साल 15 सितंबर को यौम-ए-जम्हूरिया यानि लोकतंत्र दिवस मनाया जाता...
उमर ख़ालिद की गिरफ़्तारी पर जयपुर में विरोध प्रदर्शन, उठी UAPA रद्द करने की...
देश की राजधानी दिल्ली में फ़रवरी में हुए नागरिकता कानून (CAA) के विरोध प्रदर्शन के बाद नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के कई इलाकों में भड़के...