क्या आपको है लिखने का शौक़? पढ़िए हमारी ये कैरियर टॉक!

जिन लोग में शब्दों के माध्यम से अपने विचार व्यक्त करने की कला है, वे अच्छे कंटेंट राइटर बन सकते हैं। एक प्रभावी कंटेंट राइटर बनने के लिए, आपको नियमित रूप से लिखना होता है।

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करियर के विषय में कई अब तक हम किसी विशेष डिग्री या पाठ्यक्रम पर चर्चा करते आए हैं। लेकिन आज हम जिस विषय पर चर्चा कर रहे हैं वो कौशल आधारित करियर है। कंटेंट राइटिंग में रूचि रखने वालों के लिए ज़रूरी नहीं कि वह किसी साहित्य के क्षेत्र से जुड़े हों। लेकिन इसके लिए अगर पत्रकारिता, अंग्रेजी या मास कम्युनिकेशन में स्नातक डिग्री हो तो बेहतर है। जिन लोग में शब्दों के माध्यम से अपने विचार व्यक्त करने की कला है, वे अच्छे कंटेंट राइटर बन सकते हैं। एक प्रभावी कंटेंट राइटर बनने के लिए, आपको नियमित रूप से लिखना होता है। इसमें आपको वेबसाइटस, ब्लॉग, लेख, कहानियों, समाचार पत्रों, प्रशिक्षण मॉड्यूल आदि के लिए सामग्री लिखना होती है। एक लेखक के रूप में, आपके लेखन में अस्पष्टता नहीं होनी चाहिए। धीरे धीरे अनुभव के साथ, आप यह जान जाते हैं कि कैसे और कहाँ संपादन करना, सामान्य गलतियों को किस तरह पहचानना और सही करना है, इसके साथ ही व्याकरण संबंधी त्रुटियां कैसे सही करना है, और ज्वलंत विवरण कैसे लिखना है।

इसमें भी अलग अलग भूमिका में आप काम कर सकते हैं। जैसे-
  1. वेब कंटेंट राइटर ऑनलाइन उपयोग के लिए सामग्री लिखते हैं। एक वेब कंटेंट राइटर के रूप में, आपको कंपनी के बारे में जानकारी लिखनी होती है। आपसे एसी सामग्री बनाने की उम्मीद की जाती है जो वेब के अनुकूल हो। एक लेखक के रूप में, आपको कई चीज़ों को छोटे अनुच्छेदों में तोड़ना होता है, यदि आवश्यक हो तो शीर्षलेखों के साथ, बुलेट बिंदुओं का उपयोग करते हुए महत्वपूर्ण शब्दों या वाक्यांशों को हाइलाइट करना होता है। अधिकतर, वेब कंटेंट राइटरस फ्रीलांस कार्य करते हैं, हालांकि, कई कंपनियां पूर्णकालिक नौकरियां भी प्रदान करती हैं।
  2. एक फ्रीलांसर के रूप में, आपकी भूमिकाएं और जिम्मेदारियां काम करने वाले संगठन पर निर्भर करती हैं। आपका काम सोशल मीडिया से लेकर ईमेल विपणन और संपार्श्विक विकास तक फैला होता है। सोशल मीडिया में, आपको विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सूचनात्मक सामग्री बनाना, पोस्ट करना और उन्हें प्रबंधित करना होता है। कंटेंट डेवलपमेंट के लिए, आपको काफी शोध करना होता है तथा एक आकर्षक ब्लॉग तैयार करके कोरा जैसे प्लेटफॉर्म पर ब्लॉग को बढ़ावा देना और साझा करना होता है। आपको सामग्री को संपादित और प्रूफरीड भी करना होता है। ईमेल मार्केटिंग में आपको विभिन्न अभियानों के लिए टेम्पलेट डिज़ाइन, कॉल-टू-एक्शन, आदि पर काम करना होता है। संपार्श्विक विकास में पोस्टर, स्मार्ट फ्लायर / ब्रोशर, वीडियो, व्हाइट पेपर, ग्राहक केस स्टडीज, छात्र प्रशंसापत्र इत्यादि जैसे मार्केटिंग संपार्श्विक बनाना शामिल है।
  3. रचनात्मक कंटेंट राइटरस और संपादकों को विभिन्न प्रकाशन संस्थानों द्वारा लिया जाता है। आपने वर्तमान समाचार, ब्लॉग / ट्रेंडी विषयों, समीक्षाओं आदि पर लेख लिखने होते हैं। वे सिफारिशी पत्र, आवेदन निबंध, छात्रवृत्ति पत्र, प्रेरणा पत्र आदि लिखने का भी कार्य करते हैं। आपको क्लाइंट द्वारा बताई गयी बातों को रचनात्मक विचारों में अनुवाद करने, विचारों को स्पष्ट रूप से लिखने और रखने में सक्षम होना चाहिए और मजबूत संचार एवं रचनात्मक लेखन कौशल होना चाहिए।
  4. ब्लॉगिंग की मदद से आप अपनी रुचि के क्षेत्र में बेहतर बन सकते हैं। एक ब्लॉग उन लोगों का नेटवर्क बनाने का एक शानदार तरीका है जो आपके विचारों का सम्मान करते हैं। तीन अलग-अलग प्रकार के ब्लॉगर्स होते हैं। सबसे पहले वो लोग जैन जिनके लिए ब्लॉगिंग एक शौक है और वो एक जुनून की तरह अपने ज्ञान को विभिन्न प्लेटफार्मों पर साझा करना पसंद करते हैं। दूसरा, पार्ट-टाइम ब्लॉगर्स, वे एकदम बुनियाद से अपना ब्लॉगिंग चैनल शुरू करते हैं या वे एक स्थापित कंपनी या साइट के लिए एक फ्रीलांसर / नियोजित ब्लॉगर हो सकते हैं। तीसरा, पूर्णकालिक ब्लॉगर्स वे हैं जो अपने ब्लॉग के माध्यम से कमाते हैं, उनके पास एक अच्छा दर्शक आधार और उत्साही पाठक होते हैं जो उनके ब्लॉग को पढ़ते हैं।
  5. ऑडियो / वीडियो स्क्रिप्ट लेखक प्रशिक्षण मॉड्यूल के लिए वीडियो, ऑडियो और मल्टीमीडिया के लिए स्क्रिप्ट बनाने का काम करते हैं। आपको अपने दर्शकों के साथ सही स्वर से जुड़ने के साथ अपनी आवाज़ को मौक़े के हिसाब से संशोधित करना होता है। स्क्रिप्ट राइटर के रूप में, आपको कई प्लेटफॉर्म पर काम करने के लिए तैयार रहना पड़ता है।
कंटेंट राइटिंग में करियर कैसे बनाएं ?

इस विषय में करियर का चुनाव करने के लिए अंग्रेजी सहित 12 वीं कक्षा में कम से कम 50% अंकों से उत्तीर्ण होनी आवश्यक है। इसके बाद किसी भी विषय में कम से कम 3 वर्ष की स्नातक डिग्री होना अनिवार्य है। अगर यह अंग्रेज़ी या पत्रकारिता विषय में हो तो बहतर है। भारत में हर वर्ष कुछ संस्थानों में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिला लिया जा सकता है। यह परीक्षा आम तौर पर अप्रैल से जून माह के बीच होती है। यह परीक्षा हर वर्ष क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बैंगलोर, सैंट ज़ेवियर कॉलेज मुंबई, इंद्रप्रस्त यूनिवर्सिटी और सिम्बायोसिस द्वारा आयोजित की जाती हैं। इसके लिए काफी ऑनलाइन कोर्सेज भी मौजूद हैं और udemy पर कंटेंट राइटिंग के छोटे छोटे कोर्स मुफ्त में भी मौजूद हैं।

कंटेंट राइटिंग के क्षेत्र में फायदे और नुकसान

आप एक फ्रीलांसर के रूप में काम कर सकते हैं। किसी भी समय किसी भी स्थान से काम कर सकते हैं। कंटेंट राइटरस कि व्यापार और विपणन क्षेत्र में काफी मांग हैं।जिससे आपको काफी काम मिल सकता है। एक बार शुरू करने के बाद आप समय के साथ, आपनी लेखन क्षमताओं, शब्दावली और भाषा प्रवाह में निरंतर सुधार करते रहते हैं।

लेकिन इसके विपरीत पक्ष को देखा जाए तो इसमें बहुत प्रतिस्पर्धा के कारण आपको अपने तरीके से सर्वश्रेष्ठ होना होता है। हालांकि, यह काम काफी लचीला है फ़िर भी आपको अपनी समय सीमा पर काम पूरा करना होता है। कंटेंट राइटिंग कभी-कभी बहुत सुस्त और नीरस काम बन जाता है।

भारत में प्रमुख संस्थान
  • दिल्ली विश्वविद्यालय (कई कॉलेज)
    मुंबई विश्वविद्यालय (कई कॉलेज)
    जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय
    जादवपुर विश्वविद्यालय
    इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन
    एशियन कॉलेज ऑफ़ जर्नलिज्म
    टाइम्स स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म
    क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
    गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय
    सिम्बियोसिस सेंटर ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन
    सेंट जेवियर्स कॉलेज

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