[कविता] तब क़लम उठानी पड़ती है
मानवता जब दम तोड़ रही हो, सांसें साथ छोड़ रही हों,
तब क़लम उठानी पड़ती है, क्रांति की मशाल जलानी पड़ती है।
देश के सारे मुद्दे...
[दर्पण] पहाड़ों पर जमी बर्फ़ तप रही है
पहाड़ों पर जमी बर्फ़ तप रही है
जब ठंड बढ़ती है
पहाड़ों पर बर्फ़ गिरती है,
मुसल्ले और टोपियां बर्फ़ सी
नमाज़ियों के साथ ऐंठ जाती हैं
बारूद की...
“जमाते इस्लामी, जम्मू व कश्मीर (JeI) पर प्रतिबंध बेबुनियाद”
शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए जमाअत इस्लामी हिन्द (JIH) के अध्यक्ष मौलाना सैयद जलालुद्दीन उमरी ने...
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव पर क्या है दिल्ली के युवाओं की राय
पिछले कुछ दिनों से भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में देश के युवाओं का क्या सोचना है ये ...
जंग ने कभी भी किसी मसले का हल नहीं दिया है !
जंग से क्या मिला है, अगर ये जानना है तो जाकर इराक के लोगों से पूछिए। जिनकी न सिर्फ़ एक पूरी नस्ल ख़त्म कर...
पुलवामा हमला, आगामी लोकसभा चुनाव और कुछ सवाल !
14 फ़रवरी 2018 को हिंदुस्तान के इतिहास में काला दिवस के नाम से दर्ज किया जाना चाहिए है, इस दिन हुई घटना के भयावह...
कविता – “हे शूद्र!”
लो पैर तुम्हारे साफ हो गये
अब चप्पलों की जरूरत नहीं तुम्हे
तुम उतर सकते हो सीवर मे बे फिक्र
तुम मरोगे नहीं, तुम्हे
निर्वाण मिलेगा अब
सीधा स्वर्ग...
हम बात बात में हिंसा का रास्ता अपनाने लगते हैं, यह हम सबकी कमज़ोरी...
अरुणाचल प्रदेश की राजधानी इटानगर से हिंसा की ख़बरें आ रही हैं। उप मुख्यमंत्री के घर को जला दिया गया है। उनकी गाड़ी भी...
बेदखल किए जाएंगे लाखों आदिवासी!
युद्धोन्माद और राष्ट्रवाद के उफनते दौर में यह खबर शायद सनसनी पैदा न करे। सुप्रीम कोर्ट के हाल के एक आदेश से 16 राज्यों...
हम कहां ग़लती कर रहे हैं?
पुलवामा हमले के बाद देश में ग़म और ग़ुस्से का माहौल है। ऐसी घटनाएं राष्ट्रीय शोक होती हैं जिन पर राजनीतिक स्तरों से ऊपर...