बीते दिनों राँची शहर के प्रसिद्ध कॉलेज मारवाड़ी कॉलेज में ग्रेजुएशन सेरेमनी में एक मुस्लिम छात्रा को सिर्फ बुर्का पहनने की वजह से डिग्री और गोल्ड मेडल प्राप्त करने से वंचित कर दिया गया था l ध्यान रहे कि वह छात्रा 2011-2014 सत्र की स्नातक (गणित) की टॉपर होने के साथ उस सत्र की ओवर ऑल बेस्ट ग्रैजुएट थी l SIO झारखण्ड का एक प्रतिनिधिमण्डल इस घटना के सन्दर्भ में छात्र समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हुए कॉलेज प्रबंधक से मिला और अपनी नाराजगी और खेद प्रकट किया l SIO ने अपने ज्ञापन और प्रतिनिधिमण्डल के द्वारा कॉलेज प्रबंधक के समक्ष इस बात को स्पष्ट किया कि कॉलेज ने अपनी एक छात्रा के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार करते हुए उसे अवैध रूप से अवार्ड से वंचित रखकर ना केवल छात्रा का हौसला पस्त किया है बल्कि राज्य में एक ग़लत तौर पर एक भेदभावपूर्ण व्यवहार का आरंभ भी कर दिया है l साथ ही प्रतिनिधिमण्डल ने यह भी कहा कि कॉलेज को ड्रेस कोड लागू करने का पूरा अधिकार है और प्रतिनिधिमण्डल इस का सम्मान करता है लेकिन प्रबंधक को इस बात का लिहाज रखना चाहिए था कि वह मुसलिम छात्रा के धार्मिक भावना और पहचान का सम्मान करते हुए प्रोटोकॉल में लचक पैदा कर बुर्का पहने छात्रा को अवार्ड से सम्मानित करते हुए उसकी हिम्मत बढ़ाई जाती लेकिन इसके विपरित कॉलेज ने निराशाजनक व्यवहार का प्रदर्शन किया हैl डॉ अनमोल (HOD, गणित विभाग व ग्रेजुएशन सेरेमनी के संयोजक) ने प्रतिनिधिमण्डल के भावनाओं का सम्मान करते हुए भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति नहीं होने का विश्वास दिलाते हुए कहा कि कॉलेज अपने सभी विद्यार्थियों के ज़ज्बात और मौलिक अधिकार का सम्मान करता है
बुर्क़ा पहनी लड़की को डिग्री देने से किया मना, एसआईओ ने जताया विरोध
SIO ने अपने ज्ञापन और Delegation के द्वारा कॉलेज प्रबंधक के समक्ष इस बात को स्पष्ट किया कि कॉलेज ने अपनी एक छात्रा के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार करते हुए उसे अवैध रूप से अवार्ड से वंचित रखकर ना केवल छात्रा का हौसला गिराया है बल्कि राज्य में एक ग़लत तौर पर एक भेदभावपूर्ण व्यवहार का आरंभ भी कर दिया है l