एसआईओ ने नेट परीक्षा में यूजीसी के फैसले का स्वागत किया

नई दिल्ली: यूजीसी ने साल में दो बार होने वाली नेट परीक्षा को दोबारा बहाल करते हुए आयु सीमा में भी दो साल की...

एनसीईआरटी द्वारा किताबों में हेरफेर का सिलसिला जारी, मौलाना आज़ाद का उल्लेख हटाया

एनसीईआरटी ने 11वीं कक्षा की राजनीति विज्ञान की किताब से प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और देश के पहले शिक्षामंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का उल्लेख हटा दिया है। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के भारत में सशर्त विलय पर भी बड़े बदलाव किए गए हैं। दोहराव और अप्रासंगिक घटनाओं का तर्क देते हुए कोर्स से अब तक गुजरात दंगे, मुग़ल शासन, इमरजेंसी, शीतयुद्ध और नक्सली आंदोलन के कुछ हिस्सों को हटाया जा चुका है।

जेएनयू के बहाने असमानता की खाई को क्यों बढ़ाना चाहती है सरकार?

एक बार फिर जेएनयू खबर में है। जेएनयू का छात्र आंदोलन खबर में है। छात्रों ने संसद तक लॉन्ग मार्च किया। पुलिस ने रोका...

तेलंगाना में 7 दिनों में 18 छात्रों की आत्महत्या

7 दिनों में 18 छात्रों की आत्महत्या, आज न कल आपको शिक्षा के सवाल पर आना ही होगा. जी नागेंद्र बिहार या यूपी का नहीं...

राष्ट्रीय शिक्षा नीति संवैधानिक, विकेंद्रीकृत एवं ग़ैर व्यापारिक होनी चाहिए

वर्तमान समय में भारतीय शिक्षा प्रणाली असमानता, गुणवत्ता व निम्न स्तर एवं लुप्त हो रहे मानवीय मूल्य जैसी समस्याओं से जूझ रही है, जिस...

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को संवैधानिक मूल्यों पर आधारित, समावेशी और भेदभाव रहित होना चाहिए...

मुख्य अंश राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2019 को संवैधानिक मूल्यों पर आधारित, समावेशी और भेदभाव रहित होना चाहिए : एसआईओ एसआईओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष लबीद...

गार्डिनर थ्योरी ऑफ मल्टीप्ल इंटेलीजेंस: हर छात्र है ख़ास

शिक्षण को अक्सर शिक्षक से छात्रों तक जानकारी के प्रवाह के रूप में समझा जाता है। यह मानव मन से निपटने की प्रक्रिया है...

अब्दुल जब्बार : भोपाल गैस पीड़ितों के संघर्ष का चेहरा

श्रद्धांजलि  *अब्दुल जब्बार : भोपाल गैस पीड़ितों के संघर्ष का चेहरा*आज जबकि पूरा देश भोपाल त्रासदी को पुनः याद करते हुए न सिर्फ सिहर उठता...

ऑनलाइन शिक्षा: चुनौतियां एवं संभावनाएं

वर्तमान परिस्थितियों में ऑनलाइन शिक्षण एक विकल्प के रूप में हमारे सामने है और अब इसे लगभग कक्षा शिक्षण का एक पर्याय समझा जाने लगा है। इसमें कोई शक नहीं कि वर्तमान परिस्थितियों में ऑनलाइन शिक्षण का सहारा लेना अपरिहार्य है लेकिन वहीं शिक्षाविदों के लिए यह विचारणीय तथ्य है कि क्या इसे कक्षा शिक्षण का पर्याय समझा जा सकता है?

ब्यानबाजी से ईतर सभी अपनी जिम्मेदारी निभाएं: तभी बदलेगी बिहार में शिक्षा की तस्वीर

माननीय शिक्षा मंत्री बिहार सरकार के स्टेटमेंट से हम सब अक्सर आहत हो जाते हैं कभी उनके वर्ग संचालन और आउटपुट देने के औचित्य...