कल दिनांक 22/05/2020 के दिन एसआईओ और जमाअत-ए-इस्लामी इलाहाबाद के सदस्यों द्वारा एएमयू से स्पेशल ट्रेन द्वारा घर रवाना किए गए छात्र-छात्राओं को प्रयागराज जंक्शन पर पानी तथा अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई।
21 मई को रात 11:30 बजे यह स्पेशल ट्रेन अलीगढ़ से बिहार और पश्चिम बंगाल के तक़रीबन 1600 छात्र-छात्राओं को लेकर रवाना हुई थी लेकिन प्रशासन की लापरवाही देखिए कि 10 घंटों के थका देने वाले सफ़र के बाद भी इस ट्रेन ने कानपुर जंक्शन को भी क्रॉस नहीं किया था। अगले दिन सुबह से ही सफ़र कर रहे छात्र-छात्राओं द्वारा सूचना दी जाने लगी थी कि उनके पास खाने-पीने का सामान ख़त्म होता जा रहा है और ट्रेन में पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है।
सोशल मीडिया पर छात्र-छात्राओं ने जब अपने हालात बयान करना शुरू किए तो एसआईओ एएमयू के सदस्यों से उनका सम्पर्क हुआ। एसआईओ एएमयू द्वारा जारी की गई एक विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी गई। उन्होंने लिखा कि,
“आज दिन में लगभग 12 बजे, एक लंबी और परेशान कर देने वाली यात्रा के बाद, ट्रेन से कुछ छात्रों ने हमें सूचित किया कि उनके पास पानी और भोजन भी नहीं बचा है। ट्रेन में कोई पेंट्री कार नहीं है और रास्ते में कोई भी विक्रेता उपलब्ध नहीं है। इस भीषण गर्मी में छात्रों को प्यास और भूख का सामना करना पड़ रहा था। अधिकारियों द्वारा एएमयू छात्रों के साथ इस तरह की लापरवाही निंदनीय है।”
इस विज्ञप्ति में आगे बताया गया है कि, “हमने इलाहाबाद में एसआईओ और जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द से जुड़े अपने कुछ दोस्तों से संपर्क किया और वे तुरंत मदद के लिए आगे आए। हैरानी की बात है कि उन्होंने शहर के अधिकारियों से अनुमति लेकर और इतने कम समय में सब-कुछ व्यवस्थित कर दिया और जब ट्रेन 4 बजे प्रयागराज जंक्शन पर पहुंची, तो छात्रों को पानी और कुछ खाद्य सामग्री प्रदान की गई।”
उन्होंने सरकार और प्रशासन के प्रति नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए लिखा कि, “एसआईओ एएमयू सरकार द्वारा हमारे साथी छात्रों, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के हमारे भाइयों और बहनों, के साथ इस तरह के ग़ैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार पर गहरी नाराज़गी व्यक्त करती है। बिहार और पश्चिम बंगाल के छात्रों को उस ट्रेन में रवाना किया जाना था जिसके लिए उन्हें काफ़ी देर तक चिलचिलाती गर्मी में इंतज़ार करना पड़ा था और ट्रेन में भी बैठने की उचित व्यवस्था और पीने के पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से उन्हें वंचित रखा गया।”
इस विज्ञप्ति के अंत में एसआईओ इलाहाबाद से जुड़े फैसल माबूद और उनकी टीम, जमाअत-ए-इस्लामी से जुड़े जावेद मुहम्मद और अन्य लोगों द्वारा किए पूर्ण सहयोग हेतु उनका आभार व्यक्त किया गया। तथा बिहार और पश्चिम बंगाल में एसआईओ की अन्य इकाइयों से भी अनुरोध किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में यात्रा करने वाले छात्रों पर नज़र रखें और जितना हो सके उनकी मदद करें।
विदित हो कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन अब तक हज़ारों छात्र-छात्राओं को देश के विभिन्न हिस्सों में इस तरह स्पेशल ट्रेन और बसों द्वारा घर भेजने की व्यवस्था कर चुका है।