एसआईओ ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया से अपने राष्ट्रव्यापी कैंपस अभियान की शुरुआत की
इस अभियान का उद्देश्य शिक्षण संस्थानों में नैतिक मूल्यों को पुनर्जीवित करते हुए कैंपसेज़ के महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करना है।
साउथ एशियन यूनिवर्सिटी: छात्रों के विरोध प्रदर्शन को ‘भड़काने’ के आरोप में चार शिक्षक...
साउथ एशियन यूनिवर्सिटी ने अपने चार शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ निलंबित कर दिया है। इन चारों शिक्षकों के ख़िलाफ़ ‘आचार संहिता का उल्लंघन’ और ‘विश्वविद्यालय के हितों के ख़िलाफ़ छात्रों को भड़काने’ के आरोप हैं।
एएमयू में मिस्र के ग्रैंड मुफ़्ती का विरोध
मिस्र के ग्रैंड मुफ़्ती के रूप में उनकी विवादास्पद भूमिका के कारण छात्र डॉ० शौक़ी के दौरे के ख़िलाफ़ थे। एमनेस्टी इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के अनुसार डॉ० शौक़ी ने मिस्र में कई मौत की सज़ाओं का समर्थन किया है, जिससे मिस्र में फांसी की सज़ा में तेज़ी से वृद्धि हुई है।
डीयू के इंद्रप्रस्थ कॉलेज में उत्पीड़न का मामला, छात्राओं का प्रदर्शन जारी
डीयू के इंद्रप्रस्थ कॉलेज में उत्पीड़न का मामला, छात्राओं का प्रदर्शन जारी
रिपोर्ट: उवैस सिद्दीक़ी
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ कॉलेज फ़ॉर विमेन (आईपीसीडब्ल्यू) की...
साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्रों का उत्पीड़न जारी
छात्रवृत्ति बढ़ाने की माँग को लेकर अक्टूबर 2022 में हुई एक हड़ताल में शामिल होने के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा पाँच छात्रों पर दंडात्मक कार्रवाई की गई थी, जिनमें से एक छात्र अम्मार अहमद की हालत बिगड़ गई थी। अम्मार को हार्ट अटैक आया था। उनकी हालत अभी भी नाज़ुक बनी हुई है और वह Body Paralysis का शिकार हैं। इसके बावजूद यूनिवर्सिटी का हठधर्मितापूर्ण रवैया बरक़रार है और अभी भी छात्रों को निष्कासित करने का सिलसिला चल रहा है।
मुंबई यूनिवर्सिटी के डिस्टेंस लर्निंग संस्थान का छात्रों के प्रति ग़ैर ज़िम्मेदाराना व्यवहार
महाराष्ट्र स्थित मुंबई यूनिवर्सिटी के डिस्टेंस लर्निंग संस्थान के छात्र काफ़ी समय से समस्याओं का सामना कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि पढ़ाई के मामले में संस्थान द्वारा उनका कोई मार्गदर्शन नहीं किया जा रहा है। चाहे परीक्षा के समय का मामला हो या फिर स्टडी मैटेरियल उपलब्ध करवाने की बात हो, संस्थान की तरफ़ से लगातार अनियमितताएँ की जा रही हैं।
MANUU के 1800 छात्रों की छात्रवृत्ति ख़तरे में
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से मिलने वाली छात्रवृत्ति के लिए इस वर्ष मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (हैदराबाद) के लगभग 1600 छात्रों ने आवेदन किया था और लगभग 200 छात्रों ने अपने आवेदन को नवीनीकृत किया था। लेकिन एक फ़र्ज़ी आवेदन को आधार बनाकर इस वर्ष उर्दू यूनिवर्सिटी के 1800 छात्रों का आवेदन निरस्त कर दिया गया है जिसकी वजह से यहां के छात्र चिंतित हैं और लगातार अपनी चिंता को व्यक्त भी कर रहे हैं।
कर्नाटक हिजाब विवाद: क्या है पूरा मामला?
भारत जैसे धर्म प्रधान देश में एक ओर संविधान द्वारा धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने की बात और दूसरी ओर धर्म विशेष के प्रति तेज़ी...
शिक्षा व रोज़गार के मुद्दों को चुनावी एजेंडे में शामिल किया जाये – एसआईओ
लखनऊ | उत्तर प्रदेश में आने वाले महीनों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस परिप्रेक्ष्य में स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ इंडिया (एसआईओ)...
15 दिसंबर का दिन अलीगढ़ की सामूहिक स्मृति में दर्ज है
15 दिसम्बर 2019, ये वो दिन है जो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया मिल्लिया इस्लामिया की सामूहिक स्मृति में अपनी अलग ही छाप छोड़...