अहमदाबाद, 22 मार्च | गुजरात के अहमदाबाद में मोरारजी चौक बापूनगर में CAA के विरोध में चल रहे शाहीन बाग़ के प्रदर्शन स्थल से रविवार को पुलिस ने दो युवकों को डिटेन कर लिया और राखियाल पुलिस स्टेशन में घंटों बैठाए रखा। बाद में भारी संख्या में महिलाओं के पुलिस स्टेशन पहुंचने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप और प्रधानमंत्री की देशवासियों से ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील पर अहमदाबाद के मोरारजी चौक, बापूनगर में चल रहे शाहीन बाग़ ने अपने अनिश्चितकालीन धरने को स्थगित कर दिया था। इसके बावजूद आज सुबह दो युवकों मुर्शिद और साबिर शेख को पुलिस ने डिटेन कर लिया। हालांकि लगभग तीन घण्टे बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
इंडिया टुमारो से बात करते हुए मुर्शिद शेख ने बताया, “आज धरना स्थगित था और हम धरना स्थल पर पर्दा बाँधने के लिए गए थे तभी किसी ने फोटो लेकर पी आई को भेज दी। रखियाल पुलिस स्टेशन के पी आई एम० ख़ान ने हमें फोन कर के बुलाया और फिर पुलिस स्टेशन में बैठा लिया और पूछ ताछ करते रहे।”
अहमदाबाद के छात्र नेता मुनव्वर हुसैन ने इंडिया टुमारो को बताया, “पुलिस द्वारा दोनों युवाओं को काफ़ी देर तक बैठाए रखने के बाद जब प्रदर्शनकारी महिलाओं को इसकी सूचना मिली तो सैकड़ों की संख्या में महिलाएँ रखियाल पुलिस स्टेशन पहुंच गईं और दोनों युवाओं को छोड़ने की मांग करने लगीं। आनन फानन में पुलिस ने दोनों युवाओं मुर्शिद और साबिर को रिहा कर दिया।
मोरारजी चौक के शाहीन बाग़ के नाम से फेसबुक पेज पर इस पूरी घटना को साझा किया गया है जिसमें पुलिस द्वारा धरना को ख़त्म कराने और दबाव बनाने की बात का उल्लेख किया गया है।
इस पेज पर एक वीडियो भी है जिसमें महिलाएं पुलिस इंस्पेक्टर से दोनों युवाओं को डिटेन करने का कारण पूछ रही हैं और पी आई अपनी सफाई देते हुए दिखाई दे रहे हैं।
फिलहाल दोनों युवा रिहा हो चुके हैं और अपने घरों को पहुंच चुके हैं।
साभार : इंडिया टुमारो