“भाषण जीवियों” का खोखला नारा है आत्मनिर्भर भारत

“आत्मनिर्भरता” कोई नया शब्द नहीं है जिससे हम सभी अनभिज्ञ हों वरन् प्राचीन काल से ही लोगों के भीतर आत्मनिर्भर बनने की भावना पायी...

किसान आंदोलन को कमज़ोर करने के लिए पत्रकारिता पर हमले

पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर हमेशा सरकारी तंत्र का दबाव रहा है लेकिन हाल के कई वर्षों के अनुभव हमें यह बताते हैं कि पत्रकारिता...

मानव जाति की पुकार: पर्यावरण संरक्षण

मौजूदा दौर में पर्यावरण असंतुलन और संरक्षण एक वैश्विक मुद्दा है! विश्व में पर्यावरण प्रदूषण की समस्‍या विकराल रूप अख्तियार करने लगी है और...
Sayed Jalaluddin Umri

मौलाना सैयद जलालुद्दीन उमरी की मृत्यु: इस्लामी जगत के लिए एक बड़ी क्षति

मौलाना सैयद जलालुद्दीन उमरी का उल्लेख इस्लामी दुनिया में उन प्रमुख विद्वानों में होता है जिन्होंने विभिन्न पहलुओं से इस्लाम की महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान...

जंगली जानवरों पर प्लास्टिक प्रदूषण का दुष्प्रभाव

प्लास्टिक प्रदूषण जंगली जीवो के जीवन को अत्यधिक प्रभावित कर रही है।RSPCA के एक नए अनुसंधान में पता चला है कि प्लास्टिक का प्रदूषण...

मौलाना सैय्यद जलालुद्दीन उमरी – एक व्यक्ति, एक युग

जुमा की रात जब इनाम-उर्-रहमान साहब का फ़ोन आया कि डॉक्टरों ने मौलाना की मृत्यु की पुष्टि कर दी है तो अचानक निगाहों के...

मानव शरीर : जीवन का एकल साधन

हमारे जन्म लेते ही एक चीज हमें दी जाती है और एक ही बार दी जाती है, वह है हमारा शरीर। यह जीवन गुज़ारने...

मौलाना सैयद जलालुद्दीन उमरी सुपुर्दखाक़

कुछ देर पूर्व मरकाज जमात इस्लामी हिंद नई दिल्ली में मौलाना जलालुद्दीन उमरी की जनाजे की नमाज अदा की गई और तत्पश्चात शाहीन बाग...

बहुमत की सरकारें

लाइन लग एक एकवोट आने वाली सरकारों को दे रहे थे,सरकारें जो हमारी उम्मीदों के थेरोजी के थे , रोटी के थे, मकान के,...
कुसहा त्रासदी

कुसहा त्रासदी की 15वीं वर्षगांठ

कुसहा त्रासदी की पन्द्रहवीं वर्षगांठ18अगस्त, 2022 कोसी के टूटते तटबंध डलवा – नेपाल 21 अगस्त , 1963जमालपुर – दरभंगा 5 अक्टूबर, 1968भटनिया – सुपौल 14 अगस्त,...