स्टूडेंट्स इस्लामिक आॅर्गेनाइज़ेशन आॅफ इंडिया (एस आई ओ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहास माला ने हरियाणा में हुईं फर्ज़ी मुठभेड़ों की श्रृंखला की जाँच सक्षम एवं कुशल प्राधिकारी द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रकार से कराने की माँग की है।
इस कड़ी में ग्यारह मुठभेड़ों की घटनाएँ हरियाणा के नूह ज़िले की हैं जिसमें हाल ही में मुनफ़िद नामक युवक को मारे जाने की घटना भी शामिल है।
सिटिज़ंस अगेंस्ट हेट की तथ्यान्वेषी रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि मुनफ़िद को कुछ पुलिस अधिकारियों द्वारा बुलाया गया था जिन्होंने उसके समक्ष जासूस के रूप में कार्य करने का सुझाव रखा था एवं इसके बदले में उसके ऊपर दर्ज सभी आरोपों से बरी किये जाने का प्रलोभन भी दिया था। बाद में उस युवक को गोली मार दी गई। रिपोर्ट में राज्य के विभिन्न स्थानों पर हुईं ऐसी 15 घटनाओं की सूची है।
यह केवल संयोग नहीं हो सकता है कि हरियाणा में फर्ज़ी मुठभेड़ की खबरों को बटला हाऊस मुठभेड़ हत्याओं की सालगिरह पर प्रकाश में लाया गया है। यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि हमारी व्यवस्था कितनी खोखली एवं ख़तरनाक होती जा रही है और देश के मुसलमानों, विशेष रूप से मुस्लिम युवाओं की मुठभेड़ों के नाम पर हत्या कर देने की प्रवृत्ति बन चुकी है।