जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों का बिगुल बज चुका है. कुछ छात्र संगठन छात्रसंघ के मुख्य पदों पर लड़ रहे हैं तो कुछ सिर्फ काउंसलर के पदों पर. इस बार हमेशा कि तरह सेंट्रल पैनल के चार पदों पर पांच विभिन्न छात्र संगठनों के उम्मीदवार अपनी दावेदारी ठोंक रहे हैं. कुछ छात्र संगठनों ने सिर्फ अध्यक्ष पद पर अपना उम्मीदवार उतारा है, तो कुछ वाम और अम्बेडकरवादी छात्र संगठनों ने अपना-अपना गठबंधन बना कर सेंट्रल पैनल के अहम् पदों पर अपना नामांकन दर्ज करवाया है.
इस बार जेएनयू छात्रसंघ चुनावों की मुख्य बात यह है कि इस वर्ष एक नया छात्र संगठन भी इसमें हिस्सा ले रहा है. पिछले वर्ष के जेएनयू छात्रसंघ चुनावों में छात्र-राजद ने अपनी एंट्री से सब को चौंकाया था. इस बार फ्रैटर्निटी नाम का संगठन चर्चा में है. यह संगठन बापसा (बिरसा-आंबेडकर-फूले स्टूडेंट्स एसोसिएशन) के साथ गठबंधन के साथ छात्रसंघ के जनरल सेक्रेट्री के पद पर और एक काउंसलर के पद पर चुनाव लड़ेगा. जहाँ बापसा- फ्रैटर्निटी की और से अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार जीतेन्द्र सूना है, जबकि वसीम आरएस (केरल) जनरल सेक्रेट्री के पद के लिए उम्मीदवार है.
वहीं वाम दलों ने यूनाइटेड लेफ्ट के नाम से अपना गठबंधन बनाया है जहाँ आईशी घोष अध्यक्ष पद के लिए और साकेत मून उपाध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार है. ABVP की ओर से अध्यक्ष पद के लिए मनीष जांगिड चुनाव लड़ेंगें. ये भी दिलचस्प है कि NSUI के साथ इसबार मुस्लिम लीग का छात्र संगठन MSF साथ मिलकर चुनाव लड़ रहा है. जहाँ से अध्यक्ष पद के लिए प्रशांत कुमार चुनाव में उम्मीदवार के रूप में सामने है. छात्र- राजद ने अपना नामांकन केवल अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए दर्ज करवाया है. उन्होंने प्रियंका भारती को अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारा है.
अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिव के पदों पर उम्मीदवारों की सूची तस्वीर-1 में देख सकते हैं-
*नोट: मिली सूचना के अनुसार राघवेन्द्र मिश्रा का नामांकन बाद में रद्द कर दिया गया है.
*नोट: मिली सूचना के अनुसार राघवेन्द्र मिश्रा का नामांकन बाद में रद्द कर दिया गया है.
काउंसलर के पदों पर लड़ रहे उम्मीदवारों के नाम भी तस्वीर-2 में देख सकते हैं-
JNU के इन छात्रसंघ चुनावों का मुख्य आकर्षण प्रेसिडेंशियल डिबेट 4 सितम्बर को आयोजित होगा. 6 सितम्बर को छात्र अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे जबकि नतीजे 8 सितम्बर को आएंगे.