पुलिस रिफ़ॉर्म की बहस को आगे बढ़ाती है “पुलिसनामा”

इस किताब में बयान हुई कहानियां हमारे आस-पास की कहानियां हैं। इनमें कुछ भी नया नहीं है। कोई शॉक वैल्यू नहीं। यह कोई कल्पना नहीं है बल्कि ये हमारे ख़ुद के साथ घटी हुई या झेली हुई कहानियां हैं। हम इनके साथ रिलेट कर सकते हैं। हर एक क़िस्से को पढ़ कर आपको उसी जैसे तीन और क़िस्से याद आ जायेंगे, और यही इस किताब की कामयाबी है।

इस्लाम के सांस्कृतिक पक्ष को उजागर करती एक किताब

लेखक बताता है कि इस्लामी सभ्यता की छाया में विज्ञान, कला, अनुसंधान और आविष्कार की एक अनूठी आकाशगंगा अस्तित्व में आती है जहां लोगों को विचार करने और उन्हें व्यक्त करने की आज़ादी होती है। लोगों को बहुत से अवसर उपलब्ध होते हैं, जिनके परिणामस्वरूप नवाचारों की एक नई दुनिया सामने आती है और ऐसे आविष्कार होते हैं जो मानव जाति के लिए केवल लाभदायक सिद्ध होते हैं, जिनसे किसी नुक़सान या बुराई का डर नहीं होता।

लीपापोती का पर्दाफ़ाश करती है गुजरात फ़ाइल्स

इस किताब को पढ़ते हुए आप समझ सकेंगे कि जिसे ‘गुजरात प्रयोग’ कहा जाता है वह दरअसल क्या है! और वह भी प्रदेश के सबसे महत्त्वपूर्ण अधिकारियों के मुँह से। जिसे हम गुजरात प्रयोग कहते हैं, उसका मतलब मुसलमानों के ख़िलाफ़ दलित और पिछड़ी जातियों को गोलबंद कर देना था। सामान्यतः इसके पहले के दंगों में दलित और पिछड़ी जातियाँ दंगों से लुटती-पिटती भले रही हों, लेकिन इसमें सक्रिय रूप से सहभागी नहीं होती थीं। गुजरात में पहली बार इनका मुसलमानों के ख़िलाफ़ उपयोग किया गया।

एलीट भारतीयों को जगाने का टूलकिट है आकार पटेल की नई किताब: दि ऐनार्किस्ट...

एलीट भारतीयों को जगाने का टूलकिट है आकार पटेल की नई किताब: दि ऐनार्किस्ट कूकबुक    बुक रिव्यू -जीशान अख्तर कासमी  लेखक टीम गी ने कहा है:...

बुक रिव्यू : “दि हिंदुत्व पैरडाइम” | Book Review : “The Hindutva Paradigm”

दि एररटिक पैरडाइम : हिंदुत्व को वर्ल्डव्यू देने के राम माधव के प्रयास का आलोचनात्मक विश्लेषण मुझे स्कूल में मेरी गणित की कक्षाएं याद हैं...

पुस्तक समीक्षा : करकरे के हत्यारे कौन? भारत में आतंकवाद का असली चेहरा

भारत में राजनीतिक लोगों द्वारा हिंसा और आतंकवाद फैलाने का लंबा इतिहास रहा है, लेकिन इसके केंद्र में सिर्फ मुस्लिम आतंकवाद को देखा जाता...

अपने समय को‌ दर्ज करने का एक ईमानदार प्रयास है ‘कीर्तिगान’

पुस्तक: कीर्तिगान लेखक: चंदन पाण्डेय भाषा: हिन्दी प्रकाशक: राजकमल प्रकाशन मूल्य: 250/- राजकमल प्रकाशन द्वारा हाल ही में प्रकाशित पुस्तक ‘कीर्तिगान’ चंदन पाण्डेय का दूसरा उपन्यास है। अमूमन किताबों...

पुस्तक समीक्षा: चौथा खंभा प्राइवेट लिमिटेड

दिलीप मंडल हिंदी पत्रकारिता के जाने माने पत्रकार है इनके लेख अक्सर किसी न किसी पत्रिका न्यूज पेपर या फिर वेबसाइट पर आते रहते...

पुस्तक समीक्षा: ठिठुरते लैम्प पोस्ट

अदनान कफ़ील 'दरवेश' का ताज़ातरीन और पहला कविता-संग्रह 'ठिठुरते लैम्प पोस्ट' पढ़ा। किताब में कुल 97 कविताएँ हैं, जिनमें अच्छी या कम अच्छी जैसी...

पुस्तक समीक्षा: कौन हैं भारत माता?

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पुस्तक: कौन हैं भारत माता? - इतिहास, संस्कृति और भारत की संकल्पना लेखन व संपादन: पुरुषोत्तम अग्रवाल प्रकाशक: राजकमल प्रकाशन भाषा: हिंदी मूल संस्करण (अंग्रेज़ी) से हिंदी अनुवाद:...